NOT KNOWN FACTS ABOUT APSARA SADHNA

Not known Facts About apsara sadhna

Not known Facts About apsara sadhna

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अप्सरा साधना: तकनीक, लाभ और उपाय

अप्सरा साधना के लाभ आध्यात्मिक एवं मानसिक स्तर पर विशेष रूप से महत्वपूर्ण होते हैं। यह साधना साधक को अनेक आध्यात्मिक, मानसिक, और शारीरिक लाभ प्रदान करती है। निम्नलिखित हैं अप्सरा साधना के लाभ:

कामेच्छी अप्सरा साधना बिशेष : इन १६,१०८ अप्सराओं में से कुछ ही ऐसी हैं जो सहजता से सिद्ध हो जाती हैं और साधक के साथ यथेष्टरूप में निबास करती हुई समृद्धि प्रदान करती हैं । यहाँ केबल कामेच्छी अप्सरा की साधना का बर्णन किया जा रहा है । यह कला क्षेत्र में बिशेष प्रगति के लिए अत्यन्त लाभकारी साधनाएं होती हैं ।

However, with full resolve, devotion, pure intentions and for your betterment of your daily life, you may undoubtedly do Apsara Sadhana and invoke an Apsara to give you the results you want.

आत्महत्या या विचारों में विपरीतता: यदि अप्सरा साधना के प्रभाव से व्यक्ति का मानसिक संतुलन खराब होता है, तो यह आत्महत्या या विचारों में विपरीतता का कारण बन सकता है।

कामरु देश कामाख्या देवी — कामाख्या मंदिर: जहां विराजित है कृष्ण के पुत्र प्रद्युमन की कुल देवी ph on चंडी शाबर मंत्र सबसे शक्तिशाली मंत्र काले जादू को खत्म करने वाला मंत्र

साधना के दौरान दिशा का ध्यान रखना अत्यंत महत्वपूर्ण है।

Like any spiritual apply, Apsara Sadhana can have threats Otherwise done effectively. click here Invoking impressive energies with no suitable planning might bring about spiritual disturbances or adverse influences.

You will need to continue to be awake at night (from 9pm to 5am) to accomplish this Sadhana and do it fearlessly. Thus, sit inside a area where you sense safe, guarded and continue to be undisturbed.

रूपवती: अप्सराएं रूपवती और आकर्षक होती हैं। उनके सौंदर्य, शर्म और मनोहारी चर्म से वे लोगों को मोहित करती हैं।

सौतन से छुटकारा पाने का मंत्र – पति को पराई स्त्री से दूर करें

Engaging in Apsara Sadhana can evoke potent feelings and needs. For some people today, this will likely cause obsessive thoughts or unhealthy attachments, particularly if not approached by using a balanced way of thinking.

बगुलामुखी उपासना में हल्दी की माला का उपयोग करें।

इस अप्सरा की कामेच्छा कभी शांत नहीं होती सदैब यह कामपीडित बनी रहती है इसीलिए इसका नाम कामेच्छी पडा है। इसका अनुष्ठान सरल है । सोमबार के कमलधारिणी देबी का चित्र ले। एकान्त स्थान पर रात्रि में उक्त मंत्र से पूजा कर ७ दिन तक हकीक माला से ११००० जप करे तो देबी सिद्ध हो जाती है प्रभाब स्वयं पता चलता है ।

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